1. श्वेत वह अश्वेत वर्षों से चली आ रही भेदभाव की प्रथा का एक हिस्सा , श्वेत वह अश्वेत की भी जंग दुनियाभर में लड़ी जा रही है | 25 मई 2020 को भी अमेरिका में यह लड़ाई दुबारा शुरू की गई | आपको बता दें अमेरिका दुनिया का सबसे ज्यादा विकसित देश माना जाता है , परंतु उनके कर्मों से ऐसा नजर नहीं आता | वर्ष 2014 में एक एरिक गार्डनर नाम के व्यक्ति जिन्हें सांस लेने की बीमारी थी , जब इन्हें इस भेदभाव से गुजरना पड़ा तब एक पुलिस वाले से , अपनी रिहाई की मांग करते वक्त पुलिस वाले ने उनका गला दबा दिया | जिसके कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी और उनकी मृत्यु हो गई | तब उनके दिए गए एक वाक्य को , मई 2020 में दोबारा जॉर्ज फ्लोएड नामक व्यक्ति के मुंह से सुना गया जब एक पुलिसकर्मी ने उनकी गर्दन भी अपने पैरों के नीचे दबोच कर रखी और अस्पताल ले जाते वक्त जोड़ फ्लोएड की मृत्यु हो गई | ब्लॉक की शुरुआत में आपने जिस व्यक्ति की तस्वीर देखी उनका नाम जॉर्ज फ्लोएड था जिनको काले गोरे के भेद भाव से गुजरना पड़ा | जॉर्ज की उम्र 46 वर्ष थी और वह एक बाउंसर का काम करते थे , जो कि अमेरिका के ह्यूस्टन शहर के निवासी थे | जो कि अमेरिका के मिनेसोटा शहर में कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए गए थे | ताकि वह बाउंसर का काम छोड़ कर अपने लिए कोई अलग काम कर सकें और अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकें | लेकिन वहां इसी कारणवश उनको अमेरिकी पुलिस नहीं पकड़ने की कोशिश की, जिसकेेेेेेेे चलत एक पुलिसकर्मी ने अपने घुटने को उसके कंधे पर रख दिया और कम से कम 5 से 8 मिनट तक उनकी गर्दन पर है खड़े रहे जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई | आस पास जा रहे लोगों ने इस मंजर को अपने मोबाइलों में कैद कर लिया था | उनकी मृत्यु होनेे के बाद वह मृत्यु एरिक के जैसे दिखाई जाने लगी जैसे उनकी भी मृत्यु गला डूबने के कारण हुई थी वैसे ही जॉर्ज की मृत्यु भी सांस ना ले पाने के कारण हो गई थी | और वहीं सेे शुरू हुआ एक नारा I CAN'T BREATHE . जो दुनिया भर में अश्वेत लोगों की आवाज बन गई |
बॉलीवुड पर असर
यह आग मात्र अमेरिका तक ही सीमित ना रह सकी आग की लपटें भारत तक भी पहुंच गई , जो भारत के बड़े-बड़े सितारों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस भेदभाव के विरोध में अपना दुख जताया |
लेकिन भारत में इस क्रांति के ऊपर एक नई चीज सामने आई आज भारत के कई नौजवान अपने बड़े बड़े सितारों से यह पूछ रहे हैं , कि अगर आपको सच में काले गोरे के भेदभाव से फर्क पड़ता है तो आप टीवी पर गोरे करने वाली क्रीम का ऐड क्यों करते हो |
आपको बता दें अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा , दिशा पाटनी समेत कई बॉलीवुड हस्तियों ने ब्लैक लाइव मैटर नामक हेस्टैक को प्रोटेस्ट के नाम पर यूज किया है | इस पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं क्योंकि इन अभिनेत्रियों ने अपनी जिंदगी में कभी ना कभी फेयरनेस क्रीम्स के एड्स किए हैं | जहां एक तरफ यह इंसानियत के नाते या किसी इंसान कॉम के लिए अपना प्यार जताते हैं वहीं दूसरी तरफ यह लोग टीवी पर काले गोरे का भेद भाव करके दिखाते हैं |
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