Dada saheb phalke better known as a father of Indian cinema is a first Indian director. Or he is the person who directed India's first cinematic film.
दादा साहेब फाल्के हिंदी फ़िल्म जगत के पिताः कहलाते है , दादा साहेब ने ही भारत की सबसे पहली फ़िल्म डायरेक्ट की थी ।
He was born in distt Nassik in a small town of tryambakeshwar in April 30 , 1870. And done his college in Arts from JJ school of art.
नासिक के त्र्यम्बकेश्वर शहर में 30 अप्रैल , 1870 में पैदा हुए थे । और इन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई जे जे स्कूल ऑफ आर्ट्स से पूरी करी थी।
His life take a certain turn as he saw a film life of Christ in 1910 , at that time he thought to make a movies on Indian legends , then he went to London for the studies in how to make a build a movie or we can say learn how to direct.
उनकी जिंदगी में एक अचानक से मोड़ आया जब उन्होंने 1910 में लाइफ ऑफ क्राइस्ट नामक फिल्म दिखी, तब उन्होंने सोचा उन्हें भी भारतीय प्रसिद्ध व्यक्तियों के ऊपर फिल्म का निर्माण करना चाहिए। तब वह 2 महीने के लिए लंदन चले गए और वहां जाकर उन्होंने फिल्म निर्माण की पढ़ाई भी की या फिर हम यह कह सकते हैं की मूवी फिल्म बनानी सीखी ।
He came India and then established his film company and started making films he makes India's first film Raja Harishchandra in 1913. And only in the spam of 4 years he makes total of 23 films till 1917.
वह उसके बाद भारत लौटे और उन्होंने अपनी एक फिल्म निर्माण कंपनी बनाई और भारत की पहली फ़िल्म का निर्माण किया, जिसका नाम राजा हरिश्चन्द्र था । जो कि 1913 में रिलीज़ करी गयी। उन्होंने मात्र 4 साल में 23 फिल्मो का निर्माण किया था ।
At that time of less resources he when be build Raja harishchandra he acted in that movie , directed that movie even produced and he released that movie by himself through the projector.
उस समय संसाधन कम होने की वजह से उन्होंने राजा हरिश्चंद्र में खुद ही अभिनय किया , खुद की फ़िल्म को डायरेक्ट किया , खुद उस फिल्म पर पैसे लगाए और खुद ही प्रोजेक्टर के साथ भारत देश मे उस फिल्म को दिखाया ।
he directed total of 125 films. His last movie was setu bhandan and his first movie with studio was ganga bartan. He died at the age of 74 on Feb 16 ,1944.
उन्होंने अपने जीवन काल मे कुल 125 फिल्म्स डायरेक्ट की थी , सेतु बंधन उनकी आखरी फ़िल्म थी और उनकी पहली ऑफिसियल फ़िल्म विथ ऑडियो थी गंगा वतरण । उनका देहान्त सन 1944 को फरवरी 16 ,को 74 वर्ष की आयु में हुया था ।
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